भगवानपुरा ।   ग्राम धूलकोट में बुधवार को क्षेत्र का पहला भगोरिया हाट लगा। इसमें वनांचल के ग्रामीणों ने जमकर खरीददारी की। साथ ही एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली पर्व की बधाई दी। हाट में लगे झूलों का भी युवक-युवतियों ने जमकर आनंद लिया व बच्चों ने खाने-पीने की वस्तुओं के साथ खिलौने भी खूब खरीदे। भगोरिया हाट में 40 से अधिक गांवों के आदिवासी समाज के हजारों लोग हाट में शामिल हुए। बदलते परिवेश में समाज के युवक-युवतियां एक जैसे ड्रेस कोड में नजर आए। कोई खाने-पीने में व्यस्त था तो कोई मोबाइल फोन से सेल्फी लेने में। इस दौरान बांसुरी की धुन और ढोल-मांदल की थाप पर बड़े बुजुर्ग एवं युवा जमकर थिरके।

भगोरिया हाट देखने 50 हजार से अधिक लोग पहुंचे

हाट में पारम्परिक पोशाक पहनकर समाज के लोगों ने आदिवासी संस्कृति की छटा बिखेरी। कई युवा हाथों में गोदना गुदवाते नजर आए। एक अनुमान के अनुसार धूलकोट में भगोरिया हाट को देखने 50 हजार हजार से अधिक लोग पहुंचे थे। दुकानदारों ने बताया कि पहला हाट होने से औसतन ग्राहकी अच्छी रही। खासी भीड़ रही। इस दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रहा। एसडीओपी संजूसिंह, थाना प्रभारी रमेश भास्करे सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने व्यवस्था संभाली। सिरवेल में भी हाट का सांसद गजेंद्र पटेल ने और साथियों ने भी लुत्फ उठाया।

पारंपरिक नृत्य के साथ झूलों का लिया आनंद

अंचल में विशेष पहचान रखने वाले बालसमुद भौंगर्या हाट में 13 से अधिक ढोल-मांदल आई। इससे त्योहार का उत्साह बढ़ गया। जैसे ही सामूहिक रूप से ढोल की थाप, थालियों की गूंज तथा बांसुरी की मद मस्त ध्वनि गूंजी, हर कोई कुर्राटी भरते पारंपरिक नृत्य करने लगा। भौंगर्या में अंचल के लगभग 25 गांवों के लोगों ने शिरकत की। हाट में भारी जनसमुदाय व उनके रंग बिरंगे परिधान से चारों और हर्ष का माहौल व्याप्त रहा। इस दौरान लोगों ने त्योहार की बधाई का आदान प्रदान किया। हाट के दौरान हार, कंगन, खजूर, खारिया, भजिया, जलेबी, सेव, संतरा, अंगूर की खरीददारी हुई। बर्फ गोला, गन्ना रस, कुल्फी का आनंद लिया। बच्चों ने चकरी व छोटे झूलों का आनंद लिया। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि मिश्रीलाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष शशिकांत शाहू, सचिन जायसवाल सहित नागरिकों ने हाट में जनजाति समाजजन का गुलाल लगाकर स्वागत किया। नागलवाड़ी टीआइ विनोद बघेल, बालसमुद चौकी प्रभारी माधव पाटीदार, अनिल दसौंधी सहित पुलिस स्टाफ हाट में घूमकर निगरानी करते रहे।