सांची रायसेन से देवेंद्र तिवारी

हाल ही में तीन दिन का बारिश ने नगर परिषद के विकास की कल ई खोल कर रख दी । लोगों को दल-दल से होकर गुजरने पर मजबूर होना पड़ रहा है सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है।
इन दिनों नगर के हालात बद से बद्तर हो चुके हैं हाल ही में तीन दिनों की बारिश ने नगर के बसस्टेंड के साथ ही अंदरुनी इलाकों में दल-दल मचा रखी है इस ओर ध्यान देने वाला कोई नजर नहीं आ पा रहा है जबकि इस नगर की प्रसिद्धि को देखते हुए शासन प्रशासन नगर में विकास की धींगे भरता नजर आता है परन्तु नगर के विकास की धींगो की कल ई तब खुलना शुरू हो गई जब इस ऐतिहासिक नगरी के अंदरूनी हिस्से तो बदहाल हो ही गये है बल्कि इस स्थल का एकमात्र बसस्टेंड परिसर तो स्वयं अपने विकास की कहानी अपने में लपेटे दलदल से बयां कर रहा है इस नगर में न तो पानी निकासी व्यवस्था ही बची है न ही लोगों को चलने फुटपाथ ही खाली रह सके हैं यहां बसस्टेंड पहुंच मार्ग पर जनपद पंचायत तहसीलदार कार्यालय रोजगार गारंटी एवं पशु चिकित्सालय वाले मार्ग के हालात इतने बत्तर हो चुके हैं कि गढ्ढों में भरी दलदल जिसमें दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों का चलना भी मुश्किल हो गया है तब ऐसे में इन गड्ढों भरी दल-दल वाली सड़कों की सुध न तो जप न ही तहसीलदार ही ले पा रही है हालांकि अफसरों के वाहन तो निकल जाते हैं परन्तु पैदल चलने वालों को चक्कर लगाने पड़ते हैं लगता है नगर की सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता इतना ही नहीं अनेक वाहन तथा पैदल चलने वालों को तो दल-दल में गिरते पड़ते भी आसानी से देखा जा सकता है हद तो तब हो गई जब बसस्टेंड में लोगों को पैदल चलने की व्यवस्था नहीं मिल पा रही है ऐसे में नगर परिषद प्रशासन इसी बसस्टेंड परिसर में छोटे मोटे दुकानदार जो अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को पटरी पर लाकर चलाने का प्रयास कर रहे थे कि नप को रैन-बसेरा बनाने की सुध आई गई तथा इस रैन-बसेरा की ओट में छोटे छोटे कमजोर दुकानों को तोड़फोड़ करने पर मजबूर कर दिया जिससे इनके सामने एक बार फिर गुजर बसर की समस्या खड़ी हो गई  । वैसे तो सत्ता सुख भोगने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर दवाब बनाकर अपना हित साधने में जुटे हुए हैं जिससे नगर की छवि पूरी तरह दागदार होने से इंकार नहीं किया जा सकता है जिसका खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ रहा है अब तो लोग खुलेआम सरकार के साथ प्रशासन को भी कोसने में पीछे दिखाई नहीं दे रहे हैं ।

न्यूज़ सोर्स : देवेंद्र तिवारी साँची